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Agreement in Restraint of Trade in Hindi

Agreement in Restraint of Trade in Hindi: समझौता व्यापार में नियंत्रण

समझौता व्यापार का मतलब होता है वह समझौता जिसमें दो या दो से अधिक पक्षों के बीच मिलीभगत में किया जाता है। इससे उन्हें समझ में आता है कि वे किसी विशेष कारोबार के बीच सहमति बना रहे हैं।

इस प्रकार के समझौतों में व्यापारियों के बीच कुछ नियंत्रण शर्तें इम्पोज की जा सकती हैं जो उन्हें अपने व्यापारिक गतिविधियों के बीच कुछ सीमा लगाती हैं। इसे समझौता व्यापार में नियंत्रण के रूप में जाना जाता है।

इस प्रकार के समझौतों में, दो बिजनेस पार्टनर्स के बीच समझौता किया जाता है जो उन्हें अपने व्यापारिक गतिविधियों के बीच कुछ सीमा लगाती हैं। इसके लिए वे कुछ शर्तें तय करते हैं जैसे कि दोनों पक्षों के बीच निर्दिष्ट क्षेत्रों में व्यापार करने से बचना, उनके बीच कुछ समय तक कोई व्यापार नहीं करना आदि।

इस प्रकार के समझौतों में नियंत्रण शर्तों का उपयोग व्यापारियों के लिए फायदेमंद साबित होता है। यह दोनों पक्षों के बीच व्यापार के बाद किसी विवाद को रोकता है और व्यापारियों के बीच सुशांतता लाता है।

हालांकि, यदि इस प्रकार के समझौते के द्वारा व्यापारियों के बीच किसी सामान्य व्यापार को अवरुद्ध किया जाए तो उन पर मुख्यतः अमानवीय अथवा अवैध प्रभाव पड़ता है। इस तरह की नियंत्रण शर्तें को भारतीय कानूनों द्वारा तथा विश्व व्यापार संगठनों द्वारा मान्यता नहीं दी जाती हैं।

समझौता व्यापार में नियंत्रण शर्तों का उपयोग अवश्य किया जा सकता है लेकिन ध्यान देना चाहिए कि इन शर्तों को केवल व्यापारियों के बीच उत्पन्न किए जाना चाहिए जो भलीभांति कानूनी हों तथा अमानवीय प्रभाव न पड़ें।